रायपुर। राज्य में एक बार फिर से स्वाइनफ्लू ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिया है। राज्य में अब तक तीन संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है, वहीं 20 से अधिक मरीज शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है, मगर अलर्ट का असर अस्पतालों में देखने को नहीं मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के वायरस एच1 एन1 ने एक बार फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर बुजुर्ग, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है। लिहाजा राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने करीब एक माह पहले ही स्वाइन फ्लू फैलने की आशंका पर अलर्ट जारी कर दिया गया था। मगर इस अलर्ट को गंभीरता से नहीं लिया गया, लिहाजा अब प्रदेश में स्वाइन फ्लू के वायरस तेजी से फैल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इस बात को लेकर भी चिंतित नजर आ रहा है कि एच1एन1 के वायरस ठंड में सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं। लिहाजा प्रदेश में अभी तापमान में क्रमश: गिरावट आ रही है और गुलाबी ठंड भी दस्तक दे चुकी है। ऐसे में एच1एन1 के वायरस के प्रदेश में तेजी से फैल रही है। यही वजह है कि राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू से लक्षित तीन संदिग्ध मरीजों की मौतें हो चुकी हैं, मगर अधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि नहीं की गई कि तीनों मरीजों की मौत किस वजह से हुई है। इधर शहर के निजी अस्पताल में एच1एन1 पीडि़त और लक्षित मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। अब तक स्वाइन फ्लू से पीडि़त करीब 20 मरीजों को चिन्हांकित किया जा चुका है। सूत्रों की माने तो इनमें से करीब 10 लोगों को दिल्ली जाने की सलाह दी जा चुकी है। वहीं इन सभी 20 मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आ चुकी है। ज्ञात हो कि प्रदेश के अलग-अलग शहरों से आए तीन मरीजों की मौत के बाद से ही आम जनमानस में इस बीमारी को लेकर दहशत फैल चुकी है। अब तक रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा तथा सरायपाली इलाके में इस वायरस के ज्यादा सक्रिय होने की बात भी कही जा रही है। अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती अधिकांश मरीज इन्हीं शहरों के हैं। इधर स्वाइन फ्लू फैलने की आशंका के बाद भी अस्पतालों में बीमारी को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है।