नई दिल्ली। हैदराबाद हाउस में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से मुलाकात के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा लौटाने के लिए जर्मनी की डॉ मर्केल का शुक्रिया। यह प्रतिमा दसवीं सदी की है। प्रतिमा मां दुर्गा के महिषासुर मर्दनी अवतार की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बयान में जिस प्रतिमा का जिक्र किया है उसकी एक फोटो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है। यह फोटो पीएमओ के ट्विटर अकाउंट से शेयर की गई है। मोदी ने कहा,मां दुर्गा के महिषासुर अवतार की प्रतिमा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। जर्मना चांसलर ने भी अपने बयान में कहा है कि उन्हें पता है कि भारत में इस प्रतिमा की कद्र है इसलिए जर्मनी ने यह कदम उठाया है। मां दुर्गा की मूर्ति जम्मू कश्मीर के पुलवामा से 1990 के दशक में गायब हो गई थी। बाद में यह प्रतिमा जर्मनी के स्टुटगार्ड के लिंडेन म्यूजियम में पाई गई। एक आर्ट एक्सपर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को इस मूर्ति के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद विभाग ने मूर्ति के बारे में जानकारी हासिल की। मूर्ति में मां दुर्गा को राक्षस महिषासुर का वध करते हुए दिखाया गया है। बताया जाता है कि इस मूर्ति की तस्करी भारतीय आर्ट डीलर सुभाष कपूर ने की थी। कपूर को 2011 में गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि जर्मना चांसलर तीन दिन के भारत दौरे पर है। दोनों देशों के बीच व्यापार और दूसरे क्षेत्रों से जुड़े 12 एमओयू साइन हुए हैं।