जयपुर। राजस्थान में अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभयारण्य में आग को बुझाने का काम बुधवार को फिर शुरू हुआ और वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर ने पानी का छिडक़ाव किया। अधिकारियों का कहना है कि आग को ‘लगभग’ नियंत्रण में कर लिया गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा,‘‘आग मंगलवार रात ज्यादा नहीं फैली और कल की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक पर काबू पा लिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि जहां बड़े-बड़े घास के मैदान थे वहां आग पर लगभग काबू पा लिया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘जिस इलाके में घास के मैदान कम हैं, वहां अब भी आग लगी हुई है, इसलिए हमें उम्मीद है कि आग पर पूरी तरह काबू पाने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा। उनका कहना था कि जो आग कल दिन में 10 वर्ग किलोमीटर में फैल गई थी वह अब पांच छह वर्ग किलोमीटर में रह गई और हेलीकॉप्टर पास की सिलीसेढ़ से पानी लाकर छिडक़ाव कर रहे हैं। उनके मुताबिक आग बुझाने के काम में वन विभाग के कर्मचारियों, नेचर गाइड और स्थानीय लोगों के साथ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दो बचाव टीम भी लगी हुई हैं। एसडीआरएफ कमांडेंट पंकज चौधरी ने कहा कि टीम ऑपरेशन में सहयोग कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि रविवार शाम को लगी आग पर सोमवार को काबू पा लिया गया लेकिन यह बाद में फिर भडक़ गई। वन विभाग ने आसपास के गांवों के लोगों से जंगल में नहीं जाने को कहा है क्योंकि जहां आग लगी है वहां चार बाघ और पांच शावक घूमते हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में कोई बाघ नहीं फंसा है और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में स्थित सरिस्का अभयारण्य में 27 बाघ और कई अन्य जानवरों की प्रजातियां हैं।