यूपीपीएससी भर्तियों की सीबीआई जांच में लीपापोती का मुद्दा गरमाया

लखनऊ। यूपीपीएससी भर्तियों की 4 साल से जारी सीबीआई जांच में लीपापोती और किसी निष्कर्ष पर न पहुंचने पर युवाओं ने योगी सरकार पर भ्रष्टाचार-भाईभतीजावाद को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में संगम पर सांकेतिक विरोध कर छात्रों की गिरफ्तारी की युवा मंच ने निंदा की है। युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने कहा कि सीबीआई जांच में लीपापोती व मुख्य आरोपियों के बचाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2016 में वादा किया था कि अगर भाजपा की सरकार बनी तो लोक सेवा आयोग में अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मुख्य आरोपी का नाम लेकर कहा था कि जेल भेजा जाएगा, संपत्ति कुर्क की जायेगी, लेकिन जिसे जेल भेजने के लिए वकालत की गई उसे सीबीआई ने पूछताछ तक के लिए नहीं बुलाया और प्रदेश में हाल यह है कि भ्रष्टाचार, भाईभतीजावाद का बोलबाला चरम पर है। पीएम मोदी द्वारा भी युवाओं से विधानसभा चुनावों में वादा किया गया था कि भाजपा सरकार बनने पर चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, भाईभतीजावाद का खात्मा होगा, नकल माफियाओं पर प्रभावी अंकुश लगेगा। इस संबंध में आज युवा मंच ने पीएम मोदी को संबोधित पत्र पीएमओ को ट्वीट कर विस्तृत रूप से वह तमाम मुद्दे जिसका वादा विधानसभा चुनावों में उनके द्वारा किया गया था का जिक्र करते हुए उनसे हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया है। पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार फर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि प्रदेश सरकार नकल माफियाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के बजाय ऐनकेन प्रकारेण ऐसे तत्वों के बचाव में सरकार खड़ी है। इन स्थितियों में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है जिससे लोक सेवा आयोग की भर्तियों की जारी सीबीआई जांच समयबद्ध पूरी हो और भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों को सजा दिलाई जाये जिससे भविष्य में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो और धांधली व भाईभतीजावाद पर रोक लग सके।