राजभर पर बीजेपी डाल रही है डोरे

चुनावी डेस्क। विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही समीकरणों को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो चुकी है। एक-एक सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। कोई बड़ी लहर नहीं होने के कारण जातीय समीकरणों पर ज्यादा जोर दिया जाने लगा है। यही कारण है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को एक बार फिर अपने साथ लेने की कोशिशों में भाजपा जुट गई है। राजभर के अनुसार भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह उनके घर पहुंचे और सीएम योगी से उनकी बात कराने की कोशिश की। हालांकि राजभर ने बात करने से साफ इनकार कर दिया। भाजपा से अलग होने का मुख्य कारण योगी के साथ राजभर का टकराव ही था। भाजपा की नई कवायद के कई मायने निकाले जा रहे हैं। ओम प्रकाश राजभर का पूर्वांचल में अच्छा खासा दबदबा है। वह भले ही अकेले किसी सीट पर जीत हासिल करने की स्थिति में नहीं हों, लेकिन उनको मिलने वाला वोट किसी भी दल को जीत दिलाने और हराने में भूमिका निभाता रहा है।