लखनऊ। यूपी में मंगलवार को भाजपा पार्टी कार्यालय पर सियासी हलचल तेज रही। विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी और सरकार में जरूरी सामंजस्य को लेकर राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर हैं। मंगलवार को उन्होंने उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या के साथ बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक बातचीत की। इसके बाद बीएल संतोष ने डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा के अलावा योगी कैबिनेट के अन्य सदस्यों से अलग-अलग मुलाकात कर सरकार के कामकाज की जानकारी हासिल की। कैबिनेट स्तर के एक मंत्री ने कहा भाजपा नेताओं ने पार्टी के कामकाज के बारे में विस्तार से जानकारी ली और सरकार की लोकप्रियता के बारे में जानने के साथ इसमें और सुधार की गुजाइंश के बारे में पूछा। एक अन्य मंत्री ने कहा कि भाजपा की पूरी कवायद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर है। पार्टी के प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने कहा कि श्री संतोष और श्री सिंह ने चुनाव प्रचार की रणनीति की समीक्षा की। उन्होने पाटी के अभियान सेवा ही संगठन की समीक्षा की और कहा कि कोविड के कठिन समय के दौरान लोगों की मदद कैसे की जा सकती है। उन्होने सलाह दी कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर इस प्रचार अभियान को आगे भी जारी रखा जा सकता है जिससे लोग वैक्सीन के प्रति और अधिक जागरूक हो सके और कोविड प्रोटोकाल का पालन कर सकें। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव से मुलाकात करने वालों में स्वामी प्रसाद मौर्य और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के अलावा कुछ अन्य मंत्री भी शामिल थे। उधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान से मुलाकात के दौरान संगठन और सरकार के बीच अंर्तविरोध सामने आया है। कुछ भाजपा विधायक भी बीएल संतोष से मिलना चाहते हैं मगर विधायकों से मिलने का कोई कार्यक्रम तय नहीं किया गया है। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक ढांचे की मजबूती के लिये पार्टी और सरकार में जरूरी सामंजस्य को लेकर बीएल संतोष और उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह सोमवार को लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर आये थे। उन्होने सोमवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास में जाकर मुलाकात की थी।