साहिबाबाद। नगर निगम गाजियाबाद के पूर्व पार्षद तथा समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव वीरेंद्र यादव द्वारा नगर निगम गाजियाबाद द्वारा गृह कर में 15त्न की बढ़ोतरी का पुरजोर विरोध किया गया है। श्री यादव के अनुसार कोरोना महामारी के इस दौर में नगर निगम द्वारा 15त्न गृह कर के बढ़ाए जाने का यह कृत्य जर्जर हो चुकी लोगों की आर्थिक अवस्था पर एक और कुठाराघात है। महापौर आशा शर्मा से वीरेंद्र यादव द्वारा इस बढ़ोतरी को तत्काल वापस लेने की मांग की गई है । श्री यादव के अनुसार कोरोना महामारी के कारण आम आदमी, उद्योगपति व्यापारी, कर्मचारी आदि सभी वर्गों की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से प्रभावित हुई है । ऐसे समय में नगर निगम द्वारा 15त्न हाउस टैक्स की बढ़ोतरी किया जाना गाजियाबाद की जनता पर सरासर अत्याचार है। उन्होंने जनपद की महापौर आशा शर्मा से अपील की है कि जबकि वह यहां की जनता द्वारा चुनी गई प्रतिनिधि हैं अत: उन्हें इस विषम परिस्थिति में जनता की हितों को ध्यान में रखते हुए यह बढ़ोतरी तत्काल वापस ले लेनी चाहिए। उन्होंने महापौर के इस बयान को भी बेतुका बताया कि 3 वर्ष पहले नगर निगम द्वारा गृह कर में 5त्न बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था और अब 3 वर्ष होने के कारण 15त्न की बढ़ोतरी लाजमी है । वीरेंद्र यादव के अनुसार 3 वर्ष पहले के आर्थिक हालात कुछ और थे और आज के कुछ और । वर्तमान में स्कूल-कॉलेज, व्यापार, उद्योग धंधे, बाजार, कल कारखाने सभी में आर्थिक गतिविधियां बिल्कुल बंद है। इसलिए नगर निगम को 15 परसेंट हाउस टैक्स बढ़ाने से पहले अवश्य सोच लेना चाहिए कि यहां की जनता कहां से यह पैसा लाएगी ? आर्थिक संकट से जूझ रहे यहां के परिवारों को जहां अपने भरण-पोषण की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है वही नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स बढ़ाकर यहां की जनता की कमर तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए बढ़ा हुआ हाउस टैक्स अविलंब वापस होना चाहिए।