सुभास पार्टी ने अंबेडकर जयंती का किया आयोजन

गाजियाबाद । सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) ने जगदीश नगर स्थित कार्यालय पर भारत रतन संविधान रचयिता बाबा साहब बी आर अंबेडकर की 130 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई।
बाबासाहेब के जयंती समारोह के इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय संयोजक सतेन्द्र यादव ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। जयंती समारोह में सतेन्द्र यादव ने अम्बेडकर जी के विषय में जानकारी दी उन्होंने कहा सभी भारतवासियों को बाबा साहब के संघर्ष और और उस संघर्ष के बल पर पाई गई सफलता का भारत के नौजवानों को अध्ययन करना चाहिए उनके जीवन से प्रेरणा लेकर विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य तय करने चाहिए और जिस प्रकार कठिन तम परिस्थितियों में बाबा साहेब ने जो जो ऐतिहासिक ज्ञान की ज्वाला जलाई है उसी प्रकार विद्यार्थियों को एकाग्र चित्त होकर कठोर परिश्रम करना चाहिए निश्चित ही सफलता उनके कदम चूमेगी। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए चौधरी चरण सिंह और वर्तमान छात्र संघ के संयोजक अध्यक्ष एडवोकेट राजीव कुमार गौतम ने कहा 14 तारीख बाबा साहेब के जीवन महत्वपूर्ण स्थान रखती है उनका जन्म 14 अप्रैल को हुआ और वह अपने मां-बाप की चौधरी संतान थे और उन्होंने अपने परिश्रम के बल पर 14 ही डिग्रियां प्राप्त करें उन्होंने 14 अक्टूबर को 1956 में नागपुर में लाखों लोगों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ग्रहण की और भारतीयता का झंडा बुलंद किया । वरिष्ठ सामाजिक प्रवक्ता मानसिंह बघेल ने कहा अगर हम गहराई में जाकर बाबा साहब अंबेडकर के जीवन को देखें तो महसूस होगा कि उन्होंने भारतीय संस्कृति में पनप रहे भ्रष्टाचार का सुधार किया उन्होंने आदमी का आदमी के ऊपर शासन का विरोध किया उन्होंने एक समानता की विचारधारा का समर्थन किया जब संपूर्ण भारतवासी एक साथ होंगे कोई किसी के ऊपर अपना अधिकार नहीं जमा एगा एक दूसरे को गुलाम नहीं मानेगा सभी एक दूसरे का सम्मान करेंगे तो निश्चित ही एक अखंड और मजबूत भारत का निर्माण होगा फैंसी समारोह के बाद प्रभारी अधिकारी बार-बार प्रभारी मनोज मोदिया आदि ने भी संबोधित किया जयंती समारोह में मुख्य रूप से संदीप कुमार गोपाल सिंह सुनील दत्त अनिल गौतम नसरुद्दीन सियाराम यादव प्रेम प्रकाश तिवारी अनिल सिन्हा नागेंद्र मोरिया विनोद अकेला कमल यादव संजय श्रीवास्तव सुनील यादव रंजीत कुशवाहा दीपक चित्तौडिय़ा डॉ वीरेंद्र सुरेश रैना सुरेश राणा राजेंद्र यादव दुर्गा श्रीवास्तव आदि आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे ।