बागपत, विवेक जैन। बागपत सीएचसी अधीक्षक डॉ विभाष राजपूत का नाम बागपत के उन लोगों में प्रमुखता से शामिल है, जिन्होंने कोरोना महामारी के संकटकाल में मानवता की रक्षा के लिये अपने घर-परिवार तक को त्याग कर लोगों की रक्षा के लिये पूरी निष्ठा और जिम्मेदारियों के साथ अपने फर्ज को बखूबी निभाया।
पिछले एक वर्ष में कोरोना महामारी के दौरान एक समय ऐसा आया जब डॉ विभाष राजपूत लगभग तीन महीनों तक ऑफिस में ही रहे। इस दौरान उन्होंने अपने घर की तरफ मुडकर भी नहीं देखा। उन्होंने सीएचसी बागपत में काम करने वाले हर शख्स को महामारी से लडऩे के लिये जागरूक किया और कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमित गलियों, मौहल्लों आदि में स्टॉफ के साथ स्वयं भ्रमण करके वहॉं पर रहने वाले लोगों को जॉंच करवाने के लिये प्रेरित किया और संक्रमित व्यक्तियों को भी जागरूक कर उनको ईलाज के लिये कोविड़ सेन्टरों तक पहुॅचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कोरोना से जंग करते हुए जब बागपत सीएचसी के लोग भी संक्रमित होने लगे तब भी इस मुश्किल दौर में डॉ विभाष राजपूत के नेतृत्व में कोई भी विचलित नही हुआ और सभी ने एक-दूसरे को जागरूक कर एक-दूसरे का साथ दिया और कोरोना पर विजय प्राप्त की। डॉ विभाष राजपूत के द्वारा किये जा रहे प्रयासों और जज्बे को देखते हुए हर धर्म, सम्प्रदाय, राजनैतिक और सामाजिक संस्थाओं ने उनका पूरा साथ दिया और इसी का परिणाम रहा कि बागपत सीएचसी के अन्तर्गत आना वाला पूरा क्षेत्र कोरोना मुक्त हो गया। डॉ विभाष राजपूत ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वह कोरोना के खिलाफ जंग में लापरवाही ना बरतें और कोरोना से बचाव के सभी निर्देशों का पालन करें। कोरोना से बचाव को कोरोना का टीका जरूर लगवायें। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दे।