नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को विज्ञान भवन में चुनाव शेड्यूल का ऐलान करते हुए कहा कि बंगाल में सर्वाधिक 8 चरणों में मतदान होगा तो असम में 3 चरण में वोटिंग होगी। वहीं, केरल तमिलनाडु और पुडुचेरी में सिंगल फेज में वोटिंग होगी। सभी राज्यों में मतगणना 2 मई को होगी।
पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी, जबकि असम में बीजेपी बहुमत वाली अपनी पहली सरकार को बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। तमिलनाडु में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी एआईएडीएमके और डीएमके के बीच होगा। यह पहला चुनाव होगा, जब दोनों ही दलों के दिग्गज नेता रहे जयललिता और के. करुणानिधि की गैर-मौजूदगी में चुनाव होगा। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में हाल ही में फ्लोर टेस्ट में असफल रहने के बाद कांग्रेस की सरकार गिरी है।
बीते कुछ सालों में बीजेपी ने यहां तेजी से अपनी पैठ बनाई है और मुख्य मुकाबला कांग्रेस, बीजेपी और डीएमके के बीच देखने को मिल सकता है। पुडुचेरी की राजनीति में आमतौर पर तमिलनाडु से प्रभावित रही है। ऐसे में डीएमके भी यहां बड़ा फैक्टर होगी। किसान आंदोलन के दौर में हो रहे इन चुनावों को मोदी सरकार के लिए भी एक परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। यदि इन चुनावों में बीजेपी को असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में सफलता मिलती है तो यह उसके लिए बड़ी कामयाबी होगी। बता दें कि 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में शानदार प्रदर्शन किया था। ऐसे में ममता बनर्जी के सामने वह कड़ी चुनौती पेश कर सकती है।