पंचायत चुनाव: अवैध शराब की बिक्री हुई तेज

मुरादनगर। क्षेत्र में पंचायत चुनाव मैं जैसे-जैसे सरगर्मियां तेज हो रही हैं वैसे ही अवैध शराब की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है । वर्तमान में यहां हरियाणा पंजाब तथा गोवा के लेवल लगे हुए शराब की भारी मात्रा में खेप पहुंच रही है । अवैध शराब क्षेत्र के हर कोने में उपलब्ध है फिर चाहे वह शहरी इलाका हो अथवा ग्रामीण इलाका। परंतु बताते चलें कि तस्करी के माध्यम से लाई गई ऐसी शराब की गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं होती । साथ ही स्थानीय विक्रेताओं द्वारा ज्यादा लालच के चक्कर में इनमें केमिकल आदि की मिलावट धड़ल्ले से की जाती है। आपको याद होगा कि शराब माफियाओं द्वारा कुछ समय पर कासगंज के एक सिपाही की हत्या कर दी गई थी । हिंडन नदी के तट पर बसे गांव में शराब माफियाओं का मकडज़ाल इतना कस चुका है कि यह शराब माफिया बेखौफ होकर अवैध शराब का धंधा करते हैं । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर क्षेत्र में पनप रहे शराब तस्करों द्वारा अवैध शराब का स्टॉक अभी से एकत्र करना प्रारंभ कर दिया गया है । अवैध रूप से निर्मित एवं बेची जाने वाली ऐसी शराब सरकारी ठेके पर बेची जाने वाली शराब की तुलना में सस्ती रेट पर बेची जाती है जिससे ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के क्रेता गुणवत्ता की परवाह किए बिना सस्ते की वजह से इनकी तरफ आकृष्ट होते हैं । और तो और ऐसी शराब ग्रामीण क्षेत्रों में परचून की दुकान पर भी ऑन डिमांड उपलब्ध हो जाती है। परंतु ऐसी जहरीली और केमिकल युक्त शराब पीने के बाद कितने लोगों की आंखों की रोशनी चली गई किडनी एवं लिवर तथा अन्य रोगों से कितने लोग ग्रसित हुए तथा कितने लोग ऐसी शराब पीकर असमय ही मृत्यु को प्राप्त हो गए इसका लेखा-जोखा किसी के पास भी नहीं है। सानिया पुलिस एवं प्रशासन को इस विषय में जानकारी ना हो ऐसा प्रतीत नहीं होता । बस आवश्यकता है तो शराब माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की ।