रायपुर (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री धर्मेद्र प्रधान ने आज यहां राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महिलाओं की विशाल भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण, सम्मान एवं स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी योजना प्रारंभ की जिससे पेट्रोलियम सेक्टर भी गरीबों के लिये खुल गया। देश के गरीब तबके की महिलाओं को आजादी के 70 साल बाद धुएं और उससे होने वाली बीमारी से आजादी दिलाने में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान की सराहनीय भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देश के पांच करोड़ महिलाओं के जीवन में खुशहाली आएगी। महिलाओं को ईंधन के लिये लकड़ी एकत्रित करने के लिये दूर-दूर तक जंगलों में जाने एवं धुएं से होने वाली श्वसन संबंधी बीमारी से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी दो वर्षों में 25 लाख परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करने से जंगलों को बचाकर प्रदेश को हरा-भरा बनाने में मदद मिलेगी और 12 करोड़ पेड़ कटने से बच जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. सिंह एवं पेट्रोलियम राज्य मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंच से श्रीमती जमुना बाई निषाद और श्रीमती सहोदरा बाई निषाद सहित 15 महिलाओं को रसोई गैस सिलेण्डर व चूल्हा प्रदान कर प्रदेश में इस योजना का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में राज्य शासन एवं ऑयल कंपनियों द्वारा रायपुर और दुर्ग संभाग की 5 हजार महिलाओं को गैस कनेक्शन का वितरण किया गया।
पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेंन्द्र प्रधान ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में केन्द्र के बराबर वित्तीय साझेदारी करने वाला देश का पहला राज्य है। इसके लिये उन्होने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आभार व्यक्त किया। एक रसोई गैस कनेक्शन लेने में लगभग 3200 रूपये खर्च आता है। केन्द्र एवं छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 1600-1600 रूपये एक रसोई गैस कनेक्शन पर खर्च किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दो बर्नर वाला गैस चूल्हा एवं सिलेंडर की प्रथम रीफिल दी जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा सिलेंडर, रेग्युलेटर और पाईप दिया जा रहा है। श्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्ज्ञवला योजना के तहत छत्तीसगढ़ में आगामी दो वर्षों में 25 लाख गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। इससे छत्तीसगढ़ में 100 में से 75 परिवारों के पास रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध होगा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 100 में 7 घरों में ही रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध है। इस अवसर पर पेट्रोलियम मंत्री ने छत्तीसगढ के दूरस्थ क्षेत्रों में सहकारी समितियों के माध्यम से 50 नए गैस वितरण केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होने छत्तीसगढ़ के कोरबा, जांजगीर एवं तिल्दा में नए रिफीलिंग सेंटर तथा 200 करोड़ रूपये की लागत से रायपुर एवं कोरबा में नए बॉटलिंग प्लांट प्रारंभ करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री पून्नूलाल मोहले, सांसद श्री रमेश बैस, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रसोई गैस के इस्तेमाल के लिये प्रशिक्षित करने प्रत्येक गांव एवं वार्ड में मॉडल किचन बनाया जाएगा।