नई दिल्ली। काफी समय से एक कहावत अक्सर हर कोई छोटा बड़ा कहता आया है कि रोम जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था। कुछ ऐसा ही हाल आजकल हिन्दुस्तान का हो गया है। देश में हर तरफ अशांति मची है और पीएम नरेन्द्र मोदी अफ्रीका में जाकर ड्रम बजा रहे हैं। कश्मीर में आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद से पूरी घाटी में आग लगी है। हर तरफ हिंसा फैली और इसमें करीब दो दर्जन लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। देश के अन्य राज्यों में कमोवेश यही हाल है। कहीं न कहीं कुछ न कुछ विपदा है। मध्यप्रदेश पानी के कहर से बेजार है वहीं पीएम विदेश में दाल और सामानों के लिए समझौता करने में लगे हैं। देश की जरूरत के सामानों के लिए इस तरह से किसी को समझौता करना पद की गरिमा के खिलाफ है। इसके लिए इतने सारे मंत्री और अफसर हैं जोकि इन सबके लिए अधिकृत भी हैं मगर नहीं करेंगे तो खुद मोदी जी ही। देश में हर तरफ अस्थिरता का माहौल कहीं जातीय संघर्ष चरम पर है तो कहीं साम्प्रदायिक गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं। यूपी के लिए चुनावी साल है जिससे यहां काफी राजनीतिक उठापटक है ऐसे में इन सब मसलों को छोड़कर पीएम का विदेश में बैठकर ड्रम बजाना कितना उचित है।