कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं राजनीतिक गहमागहमी बढ़ती जा रही हैं। विधानसभा चुनाव में सिर्फ 20 दिन बाकी रह गए हैं। चुनाव से ठीक पहले तृणमूल कांग्रेस के 12 छोटे-बड़े नेता एक स्टिंग ऑपरेशन में फंस गए हैं। आरोप है कि इन नेताओं ने चेन्नई की एक कंपनी से 4 लाख से लेकर 50 लाख रुपए कैश लिए। कंपनी का बंगाल में बिजनेस सेट करने के एवज में यह पेमेंट हुआ। स्टिंग को तृणमूल ने साजिश करार दिया है। वहीं, बीजेपी ने ममता ने इस्तीफा मांगा है।
इस स्टिंग में टीएमसी के मिनिस्टर, सांसद और एमएलए पैसे लेते दिखाए गए हैं। एक न्यूज पोर्टल ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस स्टिंग ऑपरेशन का टेप जारी किया है। पोर्टल का दावा है कि इस टेप को पिछले दो साल के दौरान शूट किया गया है। इसमें टीएमसी के नेता इंपेक्स कंसल्टेंसी नाम की कंपनी का बिजनेस बंगाल में सेट करने की बात कर रहे हैं। आरोप है कि कंपनी के लिए लॉबिंग करने के बदले ही वे कैश ले रहे हैं। न्यूज वेबसाइट के जर्नलिस्ट मैथ्यू सैम्युअल और एंजेल अब्राहम ने इस वीडियो में टीएमसी नेताओं को पैसे ऑफर किए। दावा है कि जनवरी 2014-2016 के बीच हुए इस स्टिंग के दौरान वेबसाइट ने कुल एक करोड़ रुपए टीएमसी नेताओं को दिए।
इस स्टिंग के सामने आने के बाद टीएमसी सरकार पर दबाव बढ़ गया है। अपोजिशन ने ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी ने सीएम से इस्तीफे की मांग की है। सीपीएम ने बंगाल में प्रेसिडेंट रूल लगाने की बात की है।
टीएमसी ने नकारे आरोप
टीएमसी ने इन टेप्स को डॉक्टर्ड वीडियो (छेड़छाड़ वाला) बताया है। टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने कहा कि राजनीतिक विरोधी पार्टी को बदनाम करने के लिए ओछे तरीके अपना रहे हैं। टीएमसी ने न्यूज पोर्टल के खिलाफ मानहानि का केस करने की भी चेतावनी दी है।