नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव को पारित किया। इसमें सदस्य देशों से अपील की गई है कि वे आईएस सहित और अन्य कट्टरपंथी समूहों के हमले को रोकने के लिए अपने प्रयास दोगुने करें। इस प्रस्ताव को फ्रांस ने प्रायोजित किया था। पेरिस हमले के करीब एक सप्ताह बाद और माली के धमाको के होटल पर हुए हमले के महज कुछ घंटे बाद संयुक्त राष्ट्र ने यह प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि आईएस अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए एक वैश्विक और अभूतपूर्व खतरा है। इस प्रस्ताव में इस अभूतपूर्व खतरे से सभी माध्यमों का उपयोग करके निपटने को लेकर सुरक्षा परिषद की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। प्रस्ताव पारित होने के बाद संयुक्त राष्ट्र में रूसी प्रतिनिधि विटली आई चरकिन ने कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई महत्वकांक्षा पर आधारित न होकर मूल्यों पर आधारित होनी चाहिए। जानकार इसे महज पेरिस हमले के बाद फ्रांस के साथ सुरक्षा परिषद के सदस्यों द्वारा दिखाई की नैतिक और राजनीतिक एकता के रूप में देख रहे हैं।