पटना। बीएसपी प्रमुख मायावती ने बिहार विधानसभा आमचुनाव में अपनी पार्टी के समर्थन में आज पटना जिले के बख्तियारपुर व बक्सर जिला के बक्सर विधानसभा क्षेत्र में दो चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि बहुजन समाज पार्टी सर्वसमाज की हितैषी पार्टी है और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में अपनी सरकारों के दौरान दलितों व अन्य पिछड़ वर्गों के साथ-साथ अपरकास्ट समाज के गरीबों एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों में से खासकर मुस्लिम समाज के लोगों के हित व कल्याण में अनेकों महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक काम किये, जिन्हें आज मील का पत्थर माना जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बीएसपी का सिद्धान्त व विचारधारा सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय व मानवता एवं इन्सानियत पर आधारित है। बी.एस.पी. किसी भी जाति व धर्म के खि़लाफ नहीं है। यही कारण है कि हमारी कार्यशैली हमेशा जनहित के पक्ष में कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने में रही और हमारी सरकारें सर्वसमाज के लोगों को न्याय, शान्ति व जनोन्मुख सरकार देने में सफल रही है, जिसकी चर्चा आज तक लगातार होती रहती है।
इतना ही नहीं, बल्कि इसी आधार पर हमारी पार्टी बी.एस.पी. अपरकास्ट के गरीबों को न्यायोचित आरक्षण देने के साथ-साथ मुस्लिम समाज के पिछड़े लोगों को भी आरक्षण देने की पक्षधर है, जिसकी मांग केन्द्र सरकार से लगातार की जाती रही है। साथ ही, देश में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोग किसी कारणवश धर्म परिवर्तन करके ईसाई व मुसलमान बन गये हैं, उन्हें भी एस.सी. व एस.एसटी. की सूची में शामिल करके उन्हें, वर्तमान में निर्धारित आरक्षण की व्यवस्था को यथावत रखते हुये अर्थात उनमें किसी प्रकार का बदलाव किये बिना अतिरिक्त रूप में आरक्षण का लाभ दिलाने के लिये केन्द्र सरकार से निरन्तर प्रयासरत है। इसे केन्द्र की किसी भी सरकार ने अभी तक भी नहीं माना है, यह दु:ख की बात है।
उन्होंने कहा कि आज देश की सत्ता जिन लोगों के हाथों में हैं, वे केवल मुठ्ठीभर धन्नासेठों व पूंजीपतियों के हित में काम करते हुये केवल उन्हें ही और ज्यादा धनवान बनाने में लगे हुये हैं। साथ ही, बिहार की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर एक मजबूर सरकार की जरूरत है, ताकि सर्वसमाज में काम करने के लिये उसे लगातार मजबूर किया जा सके। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के अडिय़ल व अंहकारी रवैये के कारण आज यहाँ के लोगों को सोचने पर मजबूर होना पड़ रहा है कि भाजपा शासन में उनका भला होने वाला नहीं है।
समाजवादी पार्टी पर पुन: करारा हमला बोलते हुये बी.एस.पी. प्रमुख मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा के हाथों का खिलौना बनकर रह गई है। सपा अप्रत्यक्ष नहीं बल्कि अब सीधे तौर पर भाजपा-समर्थक बनकर काम कर रही है। इसी कारण एन.सी.पी. ने भी इससे यहाँ बिहार में चुनाव में नाता तोड़कर अलग चुनाव लडऩे पर मजबूर हुई है। सपा से बिहार के लोगों को नहीं उत्तर प्रदेश के लोगों को भी अब काफी ज्यादा सतर्क व सावधान रहने की ज़रुरत है।