डेस्क। विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने रविवार को कहा कि 18 जुलाई राष्ट्रपति चुनाव व्यक्तिगत मुकाबले से कहीं अधिक है और सरकार की सत्तावादी प्रवृत्ति का विरोध करने की दिशा में एक कदम है। चुनाव में अपने बेटे और बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा के समर्थन को लेकर उन्होंने कहा कि वह अपने राज धर्म का पालन करता है, मैं अपने राष्ट्र धर्म का पालन करूंगा।
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में यशवंत सिन्हा ने कहा, वह अपने बेटे और बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा का समर्थन नहीं मिलने को लेकर किसी भी धर्म संकट में नहीं हैं। वह अपने राज धर्म का पालन करता है, मैं अपने राष्ट्र धर्म का पालन करूंगा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल भारत के राष्ट्रपति के चुनाव से अधिक है। यह चुनाव सरकार की सत्तावादी नीतियों का विरोध करने की दिशा में एक कदम है। यह चुनाव भारत के लोगों के लिए एक संदेश है कि इन नीतियों का विरोध होना चाहिए।