वेतन से महरूम 250 कर्मियों के लिए घर चलाने की दिक्कत

श्यामल मुखर्जी गाजियाबाद। सरकारी अस्पतालों में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी अब फाकाकशी करने को मजबूर हैं । वजह है संविदा कर्मचारियों के वेतन का भुगतान शासन द्वारा रोक दिया जाना । यही कारण है कि मात्र 8 से10 हजार रुपए प्रति माह वेतन पाने वाले संविदा पर लगे स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदों पर कार्यरत 1 लगभग 250 कर्मचारियों के लिए अब उनका घर चलाना नितांत मुश्किल हो रहा है । यही नहीं कोरोना काल मेंअपनी जान हथेली पर रखकर संक्रमण के दौरान टीकाकरण में भाग लेने वाली एमएनए को अब तक उस समय की बकाया प्रोत्साहन राशि तक नहीं मिल सकी है। स्वास्थ्य विभाग ने वर्तमान में लगभग 10 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान रोक रखा है। बताया जा रहा है कि शासन स्तर पर इसका बजट अब तक जारी नहीं किया गया है। इधर स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग के पास बजट तो कोई अभाव नहीं है लेकिन शासन स्तर पर भुगतान को रोका गया है। इसकी वजह विभाग में विभिन्न प्रकार के बदलावों का किया जाना बताया जा रहा है । उम्मीद की जा रही है कि सब कुछ जल्द ही सामान्य हो जाएगा और इन संविदा कर्मियों के अटके हुए वेतन का भुगतान हो जाएगा।