नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर संशय अब भी जारी है। कांग्रेस आलाकमान के साथ कई दौर की मीटिंग होने के बाद भी साफ नहीं हो पाया है कि प्रशांत किशोर (पीके) कांग्रेस में कब शामिल हो रहे हैं। उससे भी पहले इस सवाल का जवाब भी अटका हुआ है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो भी रहे हैं या नहीं। इस सवाल के उठने के पीछे मजबूत वजह है। प्रशांत किशोर की कंपनी ने अगले साल तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की प्रतिद्वंदी पार्टी टीआरएस से हाथ मिला लिया है। मतलब ये कि पीके तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस का पॉलीटिकल कैंपेन देखेगी।
दूसरी तरफ पीके और कांग्रेस आलाकमान के बीच मैराथन बैठकों का दौर जारी है। पिछले डेढ़ हफ्तों में पीके और कांग्रेस नेतृत्व के बीच कई राउंड की बैठक हो चुकी है। हर बार जब भी पीके सोनिया गांधी से मिलने जाते हैं तब-तब खबर आती है कि पीके कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। पीके ना सार्वजनिक तौर पर इस बात को स्वीकार कर रहे हैं ना ही अस्वीकार कर रहे हैं। मतलब ये कि प्रशांत किशोर भी अफवाहों को हवा देकर मीडिया में बने रहने का मजा ले रहे हैं।