डेस्क। चीन में कोरोना संक्रमण के नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को चौकन्ना रहने की हिदायत दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों, स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर कोरोना को लेकर पांच-स्तरीय रणनीति यानी टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड-19 उचित व्यवहार का पालन करने पर ज़ोर दिया। इसके साथ ही दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के फिर से सिर उठाने का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे इंफ्लूएंज़ा-जैसी बीमारी और श्वसन संबंधी गंभीर संक्रमण की फिर से निगरानी शुरू करें ताकि किसी भी तरह के शुरुआती संकेत नजऱअंदाज़ नहीं हो सकें और कोविड नियंत्रण में रहे। इंफ्लूएंजा-जैसी बीमारी (आईएलआई) और श्वसन संबंधी गंभीर संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों की जांच सरकार के लिए कोविड प्रबंधन के स्तंभ रहे हैं। बहरहाल, इसकी जांच हाल में रोक दी गई थी, क्योंकि भारत में कोविड-19 के मामले कम आ रहे हैं। निगरानी बढ़ाने के तहत आईएलआई और एसएआरआई से पीडि़त अस्पताल में भर्ती मरीजों की कोविड जांच कराई जाएगी और संक्रमित नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा।