अमरावती। आंध्र प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान पैदा करने के आरोप में विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के 11 विधायकों को मंगलवार को एक दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया। व्यवधान से परेशान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तेदेपा को आड़े हाथों लेते हुए उसके सदस्यों से ‘सभ्य तरीके से’ व्यवहार करने और सदन के कामकाज को संचालित होने देने को कहा। विपक्ष के सदस्य पश्चिम गोदावरी जिले में 18 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाज़ी कर रहे थे। इसके बाद विधायी कार्य मंत्री बी राजेंद्रनाथ ने तेदेपा विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। सोमवार को तेदेपा के पांच विधायकों को 25 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र की पूरी अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मुद्दे पर एक बार फिर से बोलते हुए कहा कि पश्चिमी गोदावरी जिले के जांगरेड्डीगुडेम में हुईं सभी मौतें ‘प्राकृतिक’ कारणों से हुई थी न कि अवैध शराब पीने से, जैसा कि तेदेपा का आरोप है।