मुआवजे की फाइल अटकने पर किसानों ने तहसील घेरी

गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारियों द्वारा प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार तथा लेखापालो पर किसानों को अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए किसानों द्वारा तहसील पर धरना प्रदर्शन किया गया। धरना स्थल पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश प्रवक्ता एवं राष्ट्रीय महासचिव मास्टर मनोज नागर ने कहा कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे तथा आकाश नगर के प्रभावित लोगों की वास्तविक समस्याएं पुनर्वास नीति तथा आरआर फाइलें तथा मुआवजे की फाइलों की संस्तुति तहसील के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर लटकाई जा रही है । उन्होंने स्पष्ट रूप से यह आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदार तथा तहसील के अधिकारियों द्वारा इस बाबत जानबूझकर किसानों को परेशान किया जा रहा है जो कि केंद्र की पुनर्वास समिति के विरुद्ध है । उन्होंने आगे कहा कि पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित लोगों को जिनका मकान या भूखंड सरकार द्वारा अधिग्रहित किया जा चुका है उनको एनएसयूआई द्वारा 5 .50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है । जमीन तथा मकान के दस्तावेजों की जांच तथा फाइलों को तैयार करने का काम तहसील का है। परंतु तहसीलदार तथा लेखपाल की लापरवाही की वजह से उनकी फाइलें अब तक लटकी पड़ी है । इस संदर्भ में बार-बार एडीएम एसडीएम तथा किसान यूनियन द्वारा अनुरोध किए जाने के बावजूद तथा 4 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी स्थानीय तहसीलदार के कार्यालय द्वारा अब तक फाइलें बनाकर तैयार नहीं की गई है।