लखनऊ। राज्य में जिला सहकारी बैंक से वंचित हाल के वर्षों में बने दस नये जनपदों में अब सहकारिता क्षेत्र की बैकिंग सेवाएं यूपी सहकारी बैंक लि. (यूपीसीबी) देगा। बैंक के प्रस्ताव पर नाबार्ड ने इन दस जिलों के साथ ही जिला सहकारी बैंक से पहले से आच्छादित तीन जनपदों में यूपीसीबी की कुल 13 नई शाखाएं खोलने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। नाबार्ड ने अब इस प्रस्ताव को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास भेजा है। राज्य में वर्तमान में 50 जिलों में जिले की अपनी जिला सहकारी बैंक संचालित हैं। कुछ बैंकों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी है जबकि कुछ बैंक दिक्कतों के बीच चल रहे हैं। शासन स्तर से जर्जर वित्तीय स्थिति से गुजर रहे जिला सहकारी बैंकों की स्थिति मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में सहकारिता के क्षेत्र में शीर्ष बैंक उ.प्र. सहकारी बैंक लि. के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र कुमार ने हाल के वर्षों में बने 24 जिलों के साथ ही तीन अन्य जिलों में यूपीसीबी की शाखाएं खोले जाने का प्रस्ताव नाबार्ड को भेजा था। नाबार्ड ने इनमें से 13 जिलों में यूपीसीबी की नई शाखाएं खोलने की अनुमति दे दी है। सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव एमवीएस रामीरेड्डी के मुताबिक आरबीआई की संस्तुति भी जल्द मिल जाने की उम्मीद है। 13 नई शाखाओं के खुल जाने पर यूपीसीबी की राज्य में 40 शाखाएं हो जाएंगी। शाखाओं के विस्तार के साथ ही राज्य के अधिक से अधिक लोगों तक सहकारिता क्षेत्र की बैकिंग सेवाएं पहुंच सकेंगी।