डेस्क। कुंभ मेले के महत्व के बारे में संदेश देने के उद्देश्य से कुंभ संदेश यात्रा शनिवार को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में विवेकानंद केंद्र में शुरू हो गई। इस यात्रा का शुभारम्भ कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद आश्रम के स्वामी चैतन्यानंद महाराज और तमिलनाडु में प्रदेश भाजपा राष्ट्रीय सह-प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी द्वारा किया गया। इस अवसर पर हजारों लोग शामिल हुए। 25 दिनों की यह यात्रा ग्रामोदय चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित की गई है और हरिद्वार में समापन से पहले यह पहले 5000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। हरिद्वार स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष गौतम ने कहा, “कन्याकुमारी से शुरू हुई, यह रथ यात्रा उन सभी स्थानों जहां कुंभ मेला होता है – नासिक, उज्जैन, प्रयागराज होते हुए दिल्ली पहुंचने के बाद हरिद्वार जाएगी।” इस अवसर पर अरिगे रामास्वामी स्मारक सेवा के अध्यक्ष अरिगे मधु सुधान ने मिशन 5151 और कुंभ सन्देश यात्रा के लिए 10 लाख रुपये दान की घोषणा की। अपने मार्ग में कुंभ सन्देश यात्रा देश के आठ ज्योतिर्लिंगों क्षेत्रों को कवर करेगी। प्रारंभिक यात्रा के अलावा, लगभग 7000 किमी की कुल दूरी इस यात्रा के दौरान तय की जाएगी। मिशन 5151 टीम के आयोजकों ने कहा कि यात्रा उन चार प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों को स्पर्श करेगी जहां कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य प्राचीन भारतीय प्रथाओं को पुर्नजीवित करना है और ‘आयातित’ पश्चिमी प्रथाओं को रोकना भी है। कोरोना महामारी ने साबित कर दिया है कि भारत का पारंपरिक ज्ञान और लोक व्यवहार पश्चिमी सोच पर हावी है।