गाजियाबाद। नगर निगम की बोर्ड बैठक में आज हाउस टैक्स तथा अन्य कुछ मुद्दों पर चर्चा हुई परंतु इसमें चर्चा कम और हंगामा ज्यादा हुआ । पार्षद मनोज तिवारी तथा राजेंद्र त्यागी आदि की तरफ से नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स को बढ़ाने पर गहरा असंतोष एवं चिंता व्यक्त की गई। इसी प्रकार पार्षद रजनी देवी ने बताया कि कोरोना की त्रासदी अब तक झेल रहे जनपद के निवासी पहले से ही बहुत ज्यादा परेशान है । ऊपर से अगर उन पर प्रस्तावित हाउस टैक्स थोप दिया गया तो यह कतई न्यायोचित नहीं होगा । उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि प्रस्तावित बढ़ाया गया हाउस टैक्स वापस नहीं लिया गया तो वे लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेगी। पार्षद अनिल चौधरी के अनुसार नगर निगम में बड़े पैमाने पर पार्किंग घोटाला चल रहा है जिस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने भी नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स को बढ़ाए जाने को निराशाजनक बताया । उन्होंने कहा कि जो भवन अब तक हाउस टैक्स से छूटे हुए हैं उन पर हाउस टैक्स लगाकर घाटे की भरपाई की जा सकती है। इसी प्रकार वाणिज्यिक संपत्तियों पर ज्यादा टैक्स लगाकर नुकसान को पूरा करने की बात उनके द्वारा कही गई ताकि आम नागरिकों को प्रस्तावित बढ़ाए हुए हाउस टैक्स के अतिरिक्त भार से बचाया जा सके । पार्षद एसके माहेश्वरी ने नगर निगम के अधिकारियों द्वारा पार्षदों की बात नहीं सुने जाने की विडंबना को व्यक्त किया गया। इस पर मेयर आशा शर्मा द्वारा यह आश्वासन दिया गया की बजट से पूर्व हाउस टैक्स को लेकर चर्चा हेतु एक बैठक बुलाई जाएगी । निगम बोर्ड की बैठक में आज करंट फाइनेंशियल ईयर का मूल एवं पुनरक्षित बजट पेश किया गया । नगर निगम द्वारा बजट की बैठक का आयोजन लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में किया गया था । इस बैठक की अध्यक्षता महापौर आशा शर्मा द्वारा की गई थी जबकि नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तवर के अलावा नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे। बजट की इस बैठक में पार्षदों द्वारा अनेक मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा काटा गया। बजट को नगर निगम के अकाउंट ऑफिसर ए के मिश्रा द्वारा पेश किया गया ।