आगरा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को आगरा के आईटीसी मुगल होटल में उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस का शुभारंभ किया। सीएम ने इस अवसर पर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के 16 अनिवासी भारतीयों द्वारा उनके क्षेत्र अथवा व्यवसाय में असाधारण व प्रशंसनीय योगदान के लिए उत्तर प्रदेश अप्रवासी भारतीय रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने लखनऊ में स्थापित राज्य के प्रथम माइग्रेण्ट रिसोर्स सेण्टर का लोकार्पण भी किया।
200 से अधिक अनिवासी भारतीयों सहित लगभग 600 प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा इतनी बड़ी संख्या में आपकी उपस्थिति उत्तर प्रदेश के अनिवासियों की अपनी मातृभूमि से जुडऩे की इच्छा की परिचायक है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार पहली बार इतने बड़े पैमाने पर डायसपोरा से जुडऩे और संवाद स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
अखिलेश ने कहा जिन देशों को आपने अपनी कर्म-भूमि बनाया है, उनके और भारत के बीच दोस्ती और सद्भावना को बढ़ावा देने में आपकी भूमिका सराहनीय है। भारतीय मूल्यों को बनाए रखते हुए मेहनती, कानून को मानने वाले और शांति-प्रिय नागरिकों के रूप में आपके द्वारा अर्जित उपलब्धियों और प्रतिष्ठा पर हमें गर्व है।
उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस के अवसर पर अनेक क्षेत्रों में सहयोग हेतु विभिन्न संगठनों में 13 मेमोरेण्डम ऑफ अण्डरस्टैण्डिंग पर हस्ताक्षर किए गए।
उत्तर प्रदेश अप्रवासी भारतीय रत्न पुरस्कार से ये हुए सम्मानित
त्रिनिदाद और टुबैगो के पूर्व प्रधानमंत्री – बासदेव पाण्डे, यूनाइटेड किंगडम के हाउस ऑफ लाड्र्स के सदस्य व स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रोफेशनल- डॉ. खालिद हमीद, ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इण्डियन ओरिजिन के प्रसिडेण्ट- अशोक रामसरन, प्रख्यात उद्यमी, समाज सेवी व लेखक- फ्रैंक एफ इस्लाम, विख्यात गायिका एवं समाज सेविका- अल्का भटनागर, उद्यमी – कंवल रेखी (यूएसए), आपातकालीन औषधि विशेषज्ञ एवं स्वास्थ्य शिक्षक – डॉ. कृष्ण कुमार, वेन्चर कैपिटलिस्ट व हेल्थकेयर प्रोफेशनल- डॉ. नन्दिनी टण्डन (यूएसए), वरिष्ठ मैटिरियल वैज्ञानिक- डॉ. नाथ सिंह (यूएसए), वेन्चर कैपिटलिस्ट, शोध वैज्ञानिक व समाज सेविका- तलत एफ हसन (यूएसए), राजनयिक, पार्लियामेंटरियन व समाज सेवी- डॉ. राजन प्रसाद (न्यूजीलैण्ड), समाजसेविका- सुमन कपूर (न्यूजीलैण्ड), स्वास्थ्य क्षेत्र के उद्यमी- डॉ. अतात खान (सउदी अरेबिया), शिक्षा व अभियंत्रण क्षेत्र- नदीम अख्तर तरीन (सउदी अरेबिया), वेन्चर कैपिटलिस्ट व उद्यमी- डॉ. राजिन्द्र तिवारी (नीदरलैण्ड्स) तथा शिक्षा क्षेत्र से प्रोफेसर राजेश चन्द्रा (फिजी) सम्मिलित हैं।