लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में कहा कि हम लखनऊ में ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि लोग कहें कि यदि कहीं जन्नत है तो वो लखनऊ में है, लेकिन इसके लिए सभी का सहयोग चाहिए।
रविवार को राजनाथ सिंह एक सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर सबको संबोधन के दौरान आइएस की चर्चा करते हुए कहा कि आतंकवाद, माओवाद जैसे संकटों से निजात केवल अच्छी तालीम ही दिला सकती है। उन्होंने कहा कि कई मुस्लिम परिवार उनके पास आए कि कैसे बचाया जाये बच्चों को आइएस से।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान के दूसरे शहरों की अपेक्षा लखनऊ की तहजीब की चर्चा विशेष तौर पर होती है। जो लखनऊ की तबीयत और मिजाज से पूरी तरह मेल खाती है। उन्होने कहा कि तालीम इंसान को ताकत देती है कि वो मौके और मुकद्दर का इंतजार न करे। हकीकत को सभी स्वीकार करते हैं कि सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति अच्छी तालीम से होती है, तालीम के बिना यह संभव नहीं। राजनाथ ने आगे कहा कि, भारत उस समय तालीम की दुनिया का केंद्र जाना जाता था जब ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज जैसे विश्वविद्यालय नहीं थे। हिंदुस्तान के लोग अपनी तहजीब और जीवन मूल्यों से कटते जा रहे हैं, इसलिए तालीम ऐसी होनी चाहिए जो ऐसा ना होने दे। साथ ही कहा, दुनिया के किसी भी देश में इस्लाम के 72 के 72 फिरके अगर पाए जाते हैं तो वो भारत में है और किसी देश में नहीं। हमारे देश में कोई जाति धर्म का भेद नहीं है।