जौनपुर। जिले में शराब की दुकानें संचालित करने में मनमानी ही हदें पार कर दी गयी हैं। आबकारी विभाग ने दुकानों को संचालकों द्वारा जहां चाहे वहां चलाने की छूट दे रखी है। दर्जनों दुकाने ऐसी हैं जो निर्धारित स्थलों पर न खोलकर दूसरे गली- मोहल्ले में चलायी जा रही है। इतना ही नहीं एक दुकान के नाम पर दो दुकानें भी चलवाने का भी खेल खुलेआम हो रहा है। कई दुकानों को संचालित कराने में चौहद्दी को दरकिनार इधर उधर भी चलवाई जा रही है। कागज पर दुकानों का स्थान कहीं अन्य जगह दर्शायी गयी है तथा संचालित कहीं और हो रही है। जनपद में प्रति वर्ष सरकारी शराब की दुकानों का आंबटन किया जाता है जिसके तहत सभी शराब के लाइसेन्स धारकों को चौहद्दी देकर निर्देश दिया जाता है कि इसी स्थानों पर दुकानें होनी चाहिए लेकिन विभाग की रिश्वतखोरी के कारण यह नीयम हवाई साबित होता है। जिसकी जहां मर्जी दुकान खोलकर बिक्री करता है। उधर देशी शराब की दुकानों में नियमों के विपरीत बार का रूप देकर शराब ठेके में सभी खानपान की सुविधायें कम उम्र के बालको द्वारा उपलब्ध करायी जाती है। जनपद में विभागीय अधिकारियों की सांठ गांठ से सरकारी शराब के ठेकों पर आबकारी नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जाता है। परन्तु उनके विरूद्ध विभाग कार्रवाई करने में अपना पल्ला झाड़ लेता है।